फ्री ऑनलाइन GST कैलकुलेटर

Mathac द्वारा एक फ्री उन्नत GST कैलकुलेटर प्रदान किया जा रहा है। जहाँ आप GST से जुड़ी सारे गणना को कर सकते है। जैसे की Reverse GST, GST Amount , Profit Amount, Loss Amount, Marked Price IGST, CGST, SGST जैसे सभी का आप गणना कर सकते है। इस कैलकुलेटर में इनपुट एडजस्टर भी है जिसके मदद से आप GST निकाले के बारे में और सिख सकते है। यह कैलकुलेटर क्लास 11th और 12th के लिए बहुत ज्यादे तरीको से मदद करता है। आप इस कैलकुलेटर द्वारा जेनेरेट किये हल को इनवॉइस में प्रिंट या शेयर भी कर सकते है।

GST Calculator

Mathac GST Calculator

क्या है GST कैलकुलेटर का उपयोग का लाभ ?

GST कैलकुलेटर का उपयोग खरीदी या बेचीं गई वस्तुओ के GST Amount के साथ-साथ प्रॉफिट की भी गणना करने के लिए किया जाता है। आप इस कैलकुलेटर के मदद से Reverse GST का भी गणना कर सकते है। इस GST कैलकुलेटर में इनपुट एडजस्टर बटन भी दिया गया है जिसके मदद से आप GST को निकालना भी सीखा सकते है, साथ -साथ यदि आप व्होलसेलर/रिटेलर है तो GST और प्रॉफिट प्रतिशत को एडजस्ट कर सकते है। आप अपने गणना किये हुए हल को प्रिंट या शेयर भी कर सकते है।

GST कैलकुलेटर का उपयोग कैसे करें ?

इस कैलकुलेटर का उपयोग बहुत ही आसान है। दिए गए निर्देश को ध्यान से पढ़े।

यदि आप इनपुट यानिकि मान दर्ज कर के GST का गणना करना चाहते है तो इनपुट विधि बटन को क्लिक करें।

यदि आप इनपुट यानिकि मान दर्ज कर के GST का गणना करन

सबसे पहले इंक्लूसिव या एक्सक्लुसि में से किसी एक को चुने।

  • सेलक्शन बॉक्स से गणना के लिए दिए हुए अपने मान के अनुसार कोई एक विकल्प चुने।
  • निर्देशित इनपुट बॉक्स में मान को दर्ज कर।
  • गणना के लिए कैलकुलेट बटन को दबाएँ।

यदि आप इनपुट एडजस्टर यानिकि बिना मान दर्ज कर ही GST का गणना करना चाहते है तो GST बी एडजस्टर विधि बटन को क्लिक करें।

यदि आप इनपुट एडजस्टर यानिकि बिना मान दर्ज कर ही GST का गणना करना चाहते है तो GST ब

सबसे पहले इंक्लूसिव या एक्सक्लुसि में से किसी एक को चुने।

  • अपने इच्छानुसार स्लाइडर बटन के जरिये एडजस्ट करें।
  • गणना के लिए कैलकुलेट बटन को दबाएँ।

आप GST से क्या समझतें है ?

  • यह अप्रत्यक्ष कर है।
  • यह मानव उपभोग के लिए जैसे की पेट्रोलियम और अल्कोहल को छोड़कर हर वस्तु और सेवा की आपूर्ति पर लगाया जा रहा है।
  • हर वस्तुओं की आपूर्ति: वस्तुओं की बिक्री और क्रय पर लगता है।
  • हर सेवा की आपूर्ति: सेवा प्रदान करना करने पर लगता है।
  • यह राष्ट्रव्यापी कर है: जिसे हम “एक राष्ट्र एक कर” के रूप में जाना जाता है।
  • GST 24 मार्च 2017 को पारित किया गया था। परन्तु यह 1 जुलाई 2017 को प्रभावी हुआ था।
  • इसने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लगाए गए सभी अप्रत्यक्ष करों को प्रतिस्थापित कर दिया है।
  • देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक समान GST दर लागु किया गया है।
भारत में GST के तहत करो के विलय।

भारत में GST दर का नया सूचि क्या है ?

सभी प्रकार के वस्तु एवं सेवा कर (GST) वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाने वाला एक अप्रत्यक्ष कर है। सभी प्रकार के कर प्रक्रिया में विक्रेताओं और ग्राहकों के बीच विश्वास और और अधिक पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए कई सारे वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरें निर्धारित की गई हैं। प्रत्येक GST स्लैब में अलग-अलग मापदंडों के आधार पर कई वस्तुओं की विभिन्न श्रेणियां शामिल हैं। GST दर स्लैब GST परिषद द्वारा तय किए जाता हैं। GST की शुरुआत से लेकर अब तक कई उत्पादों के GST दरों में कई बार बदलाव किया गया है।

यदि आप GST के बारे में और अधिक जानना चाहते है या GST फाइल करना चाहते है तो क्लिक करे

Input GST और Output GST से आप क्या समझते है ?

जब GST का भुगतान वस्तुओं और सेवाओं की खरीद पर किया जाता है तो उसे इनपुट जीएसटी(Input GST) कहते है।

जब GST का भुगतान वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री पर ग्राहक से किया जाता है तो उसे आउटपुट जीएसटी (Output GST) कहते है।

यदि आप मैन्युफैक्चरर तो आप फाइनल GST Amount को इस निचे दिए हुए कैलकुलेटर के मदद से ज्ञात कर सकते हैं।

GST Calculator

जीएसटी कैलकुलेटर

परिणाम

ये सारी वस्तुएं और सेवाएं जो GST कर से मुक्त हैं।

  • वेतन और मज़दूरी का भुगतान।
  • सरकार या दूसरे देशों के दूतावासों को सेवाएँ प्रदान करना।
  • बिजली और पानी का बिल पर।
  • शैक्षणिक सेवा।
  • स्वास्थ्य सेवाएँ।
  • यात्रा व्यय।
  • ब्याज।
  • बैंक से निकाली गई राशि।
  • बैंक में जमा की गई राशि।
  • मालिक द्वारा निजी इस्तेमाल के लिए निकाली गई राशि।
  • पूँजी के रूप में पेश की गई राशि।
  • लेनदारों को दी गई राशि और प्राप्त छूट।
  • देनदार से प्राप्त राशि और दी गई छूट।
  • बट्टे खाते में डाला गया खराब ऋण।

GST से होने वाले महत्वपूर्ण लाभ की सूचि।

  • लागत मूल्य में कमी।
  • कई पुराने कर समाप्त कर दिए गए हैं और उनकी जगह GST लागू कर दिया गया है।
  • कर पर कर से बचा जा सकता है क्योंकि GST की गणना मूल्य वर्धित पर की जाती है।
  • कारोबार करने में आसानी।
  • पहले कई कर थे जैसे उत्पाद शुल्क, सेवा कर आदि, लेकिन अब विक्रेता को एक GST के तहत पंजीकृत होने की आवश्यकता नहीं है और वह व्यवसाय करना शुरू कर देता है।
  • कर चोरी कम हो जाती है।
  • GST कंप्यूटर सिस्टम के माध्यम से मैनेज किया जाता है, इसलिए कर चोरी कम हो जाती है
  • GST सस्ता हो जाता है।
  • भुगतान किए गए GST को एकत्र किए गए GST के विरुद्ध सेट किया जा सकता है। इससे लागत मूल्य में कमी आई है।
  • विदेशी निवेश को आकर्षित करता है।
  • कई करों के कारण, पहले विदेशी भारत में निवेश करने के लिए इच्छुक नहीं थे। अब सरल GST के संरचना के साथ है। अब व्यवसाय शुरू करना बहुत ही आसान हो गया है।
  • सामान्य राष्ट्रीय बाजार।
  • सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में एक ही दर है, इसलिए यह एक समान बाजार विकसित करता है।

GST के प्रकार:

जीएसटी 1.केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) 2.राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) 3.एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी)

CGST(केंद्रीए वस्तु एवं सेवा कर) से आप क्या समझते है ?

यह भारत सरकार द्वारा वस्तुओ और सेवाओं पर लगाया जाता है। इसे 2017 में , केंद्रीय वस्तु और सेवा कर अधिनियम के तहत पेश किया था। जब किसी राज्य के भीतर सामान या सेवाएँ बेचीं या खरीदी जाती है तब SGST को छोड़कर केवल CGST(केंद्रीए वस्तु एवं सेवा कर) केंद्र सरकार द्वारा एकत्रित किया जाता है। CGST की दरे CGST परिषद् द्वारा निर्धारित किया जाता है। जो भारत सरकार समय-समय पर करों की दर की समीक्षा और समायोजन कराती रहती है। भारत सरकार समय के साथ-साथ CGST के सरंचना को बनाती जा रही है। जो व्यवसायी के लिए बहुत ही आसान होता जा रहा है।

SGST(राज्य वस्तु एवं सेवा कर) से आप क्या समझते है। ?

SGST(राज्य वस्तु एवं सेवा कर) भी CGST के जैसी ही भारत सरकार के कर की प्रणाली का एक घटक है। सामान्यतः यह कर राज्य सरकारों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की अंतराज्यीय आपूर्ति पर लगाया जाने वाला कर है। इसे CGST के अतिरिक्त राज्य सरकारों द्वारा लगाया जाता है। इसकी शुरआत केवल सरलीकृत कराधान, एकसमान कर दरें और राज्य स्तरीय व्यापार को सरल बनाना जैसे मुद्दे पर की गई है।

एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी)


आईजीएसटी तब लगाया जाता है जब माल अंतरराज्यीय ठोस होता है। यानी जब माल एक राज्य से दूसरे राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में ठोस होता है। अगर जयपुर का डीलर मुंबई में माल बेचता है तो वह आईजीएसटी लगाएगा और अगर उसकी लागू दर 5% है तो वह 5% आईजीएसटी लगाएगा।

पूरा आईजीएसटी केंद्र सरकार को जाएगा।
यह आईजीएसटी केंद्र सरकार द्वारा निर्दिष्ट दर के अनुसार राज्य सरकार को दिया जाएगा।

जब इनपुट जीएसटी(INPUT GST) लागत है न कि परिसंपत्तियां।
  • जब भुगतान किया गया जीएसटी एकत्रित जीएसटी के विरुद्ध सेट ऑफ नहीं किया जा सकता है, तो यह खरीदार के लिए लागत है।
  • नीचे दिए गए मामलों में, इनपुट जीएसटी को आउटपुट जीएसटी के विरुद्ध सेट ऑफ नहीं किया जा सकता है। यानी की भुगतान किया गया जीएसटी खरीदार के लिए लागत है ।
  • खाद्य और पेय (रेस्टोरेंट बिल)।
  • स्वास्थ्य बीमा भुगतान।
  • क्लब, स्वास्थ्य और फिटनेस सेंटर की सदस्यता के शुल्क में।
  • मरम्मत और रखरखाव।
  • वाहन खरीद।
  • कर्मचारियों को मुफ्त उपहार।
  • व्यक्तिगत उपयोग के लिए वस्तुओं और सेवाओं का भुगतान।

GST कैलकुलेशन से जुड़ी महतपूर्ण सूत्र (फार्मूला)

ज्ञात करना है। सूत्र(फार्मूला)
Exclusive GST= \(\left( \frac{Original Cost \times GST \%}{100 + Original Cost} \right) \)
Inclusive GST= \(Total Amount - \left( \frac{Total Amount \times 100}{100 + GST \%} \right) \)
GST Amount= \(\left( \frac{Selling Price \times GST Rate}{100} \right)\)
GST Rate= \(\left( \frac{GST Amount}{Selling Price} \times 100 \right)\)
SGST Amount= \(\left( \frac{Selling Price \times \frac{GST Rate}{2}}{100} \right)\)
SGST Rate= \(\left( \frac{SGST Amount}{Selling Price} \times 100 \right)\)
CGST Amount= \(\left( \frac{Selling Price \times \frac{GST Rate}{2}}{100} \right)\)
CGST Rate= \(\left( \frac{CGST Amount}{Selling Price} \times 100 \right)\)
IGST Amount= \(\left( \frac{Selling Price \times IGST Rate}{100} \right)\)
IGST Rate= \(\left( \frac{IGST Amount}{Selling Price} \times 100 \right)\)

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