कक्षा 10 और 12 में गणित की कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी की तैयारी कैसे करें?

क्या आप इस बात से परेशान हैं की गणित में कंपार्टमेंट/ स्क्रूटनी आने का मतलब क्या है ? यदि आप कक्षा 10th और 12th में है और जानना चाहतें है की गणित के कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी को किस तरीके से क्लियर किया जाय ? यदि आप अपने गणित के अंक से सन्तुस्ट नहीं है तो आप किस तरह से गणित के मार्क्स को बढ़ा सकतें है। यदि आपके कक्षा 10th या कक्षा 12th के बोर्ड रिजल्ट में गणित में कंपार्टमेंट या स्क्रूटनी दिखा रहा है और आप बस उसे हटना चाहतें है तो क्या करें।

सबसे बड़ा सवाल यह है की क्या गणित का कम्पार्टमेंट या स्क्रूटनी का परीक्षा कठिन होता है ? यदि मैं गणित के कंपार्टमेंट या स्क्रूटनी में भी फ़ैल हो जाऊँ तो क्या होगा ? क्या मै दोबारा परीक्षा दे सकता हूँ ? गणित के कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी को पास करने के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए ? यदि ये बहुत सारे सवाल से आप बहुत परेशान है तो आप एकदम ठीक जगह पर। आप किसी बोर्ड से (UP Board, CBSE Board ) मैं आपके इन सारे सवालों को एक-एक करके सुलझाने की कोशिश करूंगा।

Table of Contents

कक्षा 10th या 12th के बॉर्ड रिजल्ट में गणित में कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी आने का क्या मतलब है ?

कक्षा 10th या 12th के बॉर्ड रिजल्ट में गणित में कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी आने का क्या मतलब है ?

देखो, यदि बोर्ड रिजल्ट में गणित कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी आ गया है तो सबसे पहले घबराओ मत। यह तभी ऐसा होता है, गणित में पासिंग मार्क्स से कम मिला हो। गणित में कम मार्क्स आने को कुछ मुख्य बिंदुओं से समझ सकतें है। जो निम्लिखित है।

  • परीक्षा के पास आने तक आप गणित के परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं थें।
  • परीक्षा के दौरान बहुत ज्यादे चिंता, भ्रम, डर भी कारण बन सकता है।
  • परीक्षा से पहले या परीक्षा के दौरान हेल्थ इशू भी कारण हो सकता है।
  • गणित में कमजोर है।

कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी आने का मतलब आप गणित के परीक्षा में कम मार्क्स पायें है। इसका ये मतलब आप fail नहीं हुए। चाहें तो कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी का फॉर्म भर कर दोबार परीक्षा देकर अपने बोर्ड रिजल्ट से कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी को हटा कर Pass हो सकते हैं।

गणित के कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी को किस रणनीतियाँ द्वारा क्लियर किया जा सकता है ?

देखों, आप पहले से ही बोर्ड परीक्षा के गणित के पेपर में शामिल हो चुकें है। इसलिए आपको पहले से ही समझ है की गणित के कौन से अध्याय कितना पूछा जा रहा है। गणित के कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी को क्लियर करने के लिए रणनीति को समझने से पहले, हमें यह समझना की गणित के कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी को क्यों देना चाहतें है। तो चलिए इसके समभावित कारण को एक – एक करके समझने की कोशिश करतें।

  • केवल गणित के कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी को Pass करना है। मतलब आपको गणित का मार्क्स कोई मायने नहीं रखता है।

इस स्थिति में मुझे ये लगता है की आप गणित को अपने अगली कक्षाओं/ कोर्स में नहीं सम्मलित करना चाहते है। या गणित में आप बहुत कमजोर है। चलिए यह भी सही ही है , यदि आप गणित को आगे कंटिन्यू नहीं करना चाहते है तो केवल पास करना उत्तम तरीका होगा।

सबसे पहले तो आप बोर्ड के परीक्षा में बैठ चुकें है। इसलिए ये कहना की time management, revision, anxiety, speed और accuracy तो यह टोटल बकवास है या समय की बर्बादी है। इसलिए केवल निचे दिए हुए निर्देश बिंदु पर ध्यान दे।

  • केवल PYQ(Previous Year Papers) रोजाना हल करें।
  • सबसे पहले यह देखे की आपके लिए कौन सा गणित का अध्याय आसान लगता है। बस उसी को chapter से जुड़े सवाल को हल करिये। जो chapter आपके लिए कठिन है उसे आप अपना आँख बंद कर के छोड़ दीजिये।
  • जो वर्तमान में बोर्ड परीक्षा में गणित का पेपर दिए है। उसी को बार-बार हल करें। क्योकि फिर से वहीं सवाल कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी के परीक्षा में दिया जाता है। बस कुछ अंक का अंतर होता है। यह आप PYQ(कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी का PYQ और रेगुलर बॉर्ड का PYQ) को देखेंगे तो आप भी यही पाएंगे।
  • परीक्षा के दौरान बस उन्ही प्रश्न में अपना समय लगाए , जो आपको पूरी तरह से आता है। उसे अच्छे से पूरी स्टेप के साथ हल करें। बेकार में अपना समय को ख़राब न करें। याद रहें की उतने प्रश्न को एटेम्पट करें हो जो आपको पासिंग मार्क्स से अधिक अंक दिला सकता है।
  • कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी परीक्षा के जरिये आप अपने गणित के अंक को और अधिक बढ़ाना चाहतें है।

यदि आप अपने गणित के मार्क्स से संतुस्ट नहीं है। यह भी एक उत्तम विचार है इनके कई कारण हो सकतें है। जैसे :

  • गणित परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार न हो पाये हो। (गणित के PYQ, UnSolved पर ज्यादे काम न कर पाये हो।)
  • परीक्षा में ज्यादे confusion के कारण कई प्रश्न unsolved ही छूट गायें हो।
  • Accuracy के चक्कर में डर के मारें स्पीड में बहुत ज्यादे बदलाव आया हो।
  • कई सारे ऐसे chapter होंगे, जो परीक्षा के पास आने तक क्लियर नहीं हुआ है।

यदि आप गणित के कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी के परीक्षा को देना चाहते है। इसके कई सारे वजह हो सकतें है।

  • गणित के अंक को बढ़ाना चाहतें है। साथ-साथ प्रतिशत को भी बढ़ाना चाहतें है।
  • यदि आप किसी entrance exam के लिए गणित में specific मार्क्स या प्रतिशत की जरूत हो।
  • शायद गणित में अंक बढ़ने से रिजल्ट के प्रतिशत अच्छा बन रहा हो।

गणित के कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी के परीक्षा को पास करने के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए ?

देखिए, इसका कोई मानक नहीं है। आप अपने कम्फर्ट के अनुसार तय करें। यदि आप केवल परीक्षा को पास करना चाहतें है तो आप केवल PYQ और Unsolved के प्रशनो को हल करें।

  • अपने कम्फर्ट के अनुसार आप केवल गणित के सूत्र, प्रमेय को रोजाना दोहराना चाहियें।
  • रोजाना अपने कम्फर्ट के अनुसार PYQ और unsolved के प्रशनो को हल करें।
  • जब तक परीक्षा ख़तम नहीं हो जाता तब तक आपको रोजाना गणित के टच में रहना है। रोजाना प्रशनो को हल करते रहियें।
निष्कर्ष:

इस लेख में हम बातएं है की गणित में कम्पार्टमेंट/स्क्रूटिनी क्यों आ जाता है ? यदि गणित में कम्पार्टमेंट/स्क्रूटिनी आ जाता है तो इसे कैसे क्लियर करें ? क्या कक्षा 10वीं या 12वीं के बच्चे गणित के अंक को कम्पार्टमेंट/स्क्रूटिनी के जरिये बढ़ा सकतें है? सबसे बेहतरीन रणनीतियाँ क्या होगी जिससे की बच्चे गणित के कम्पार्टमेंट/स्क्रूटिनी को क्लियर कर सकें। हमें इन सारे सवालों का जबाब पूरी तरह से आपको समझाने की कोशिश की है। यदि इसके बावजूद भी आपको गणित में कम्पार्टमेंट/स्क्रूटिनी को लेकर कोई दिक्कत है तो आप हमसे पूछ सकते है।

FAQ

यदि आप बोर्ड रिजल्ट के अपने गणित के अंक से सन्तुस्ट नहीं है किस तरह से गणित के मार्क्स को बढ़ा सकतें है।

देखियें, यदि आप अपने गणित के मार्क्स से खुश नहीं है। तो कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी का परीक्षा देकर बढ़ा सकतें है। यह परीक्षा हर साल बोर्ड रिजल्ट निकले के 30 दिन के आस – पास होता है। बोर्ड रिजल्ट निकले के बाद अपने विद्यालय से संपर्क कर सकते है। जो आपको फॉर्म फिल्स से लेकर एडमिट कार्ड तक में आपकी मदद करेंगे।

यदि आपके कक्षा 10th या कक्षा 12th के बोर्ड रिजल्ट में गणित में कंपार्टमेंट या स्क्रूटनी दिखा रहा है और उसे हटना चाहतें है तो क्या करें।

यह बहुत बड़ी टेंशन नहीं है। सबसे पहले अपने विद्यालय के अध्यापक से बात करनी चाहिए। यदि आप बात करने में शर्मा रहें है तो आपको केवल विद्यालय के ऑफिस में खुद जाकर या अपने Guardians को भेकर बस कंपार्टमेंट/स्क्रूटनी का फॉर्म फिल्स करना है। इसके बाद एडमिट कार्ड आएगा, जो विद्यालय आपको खुद इन्फॉर्म कर देगा। इसमें ज्यादे टेंशन लेने की बात नहीं है। बस आपको समय से फॉर्म फिल्स करना जरूरी है। इसके बाद आप गणित के पेपर देकर मार्क्स हटा सकतें है।

क्या गणित का कम्पार्टमेंट या स्क्रूटनी का परीक्षा रेगुलर बोर्ड के परीक्षा कठिन होता है ?

मेरे अनुभव से नहीं, जिस डिफिकल्टी का प्रश्न रेगुलर बोर्ड में दिया होता है। बस उसी तरह का प्रश्न कम्पार्टमेंट या स्क्रूटनी के परीक्षा में भी दिया होता है। मेरे अनुभव से केवल प्रश्न के कुछ अंक बदल कर थोड़ा कॉन्सेप्ट में बदलाव कर देतें है। यही भी सही है की कुछ ऐसे प्रश्न भी होते है जो थोड़ा कठिन होते है। लेकिन यह उनके लिए लागू होता है जो गणित के अंक को कम्पार्टमेंट या स्क्रूटनी परीक्षा के जरिये बढ़वाना चाहतें है।

यदि मैं गणित के कंपार्टमेंट या स्क्रूटनी के परीक्षा में भी फ़ैल हो जाता हूँ तो क्या होगा ?

यदि आप गणित के कंपार्टमेंट या स्क्रूटनी के परीक्षा में भी फ़ैल हो जाते है तो आप अगले साल के बोर्ड के लिए भी जा सकते हैं। मतलब कंपार्टमेंट या स्क्रूटनी के आलावा आप अपने सभी विषयों के साथ आने वाले बोर्ड परीक्षा में बैठ सकते है बिना कोई झिझक के। बस आपको अपने विद्यालय में जाकर इसकी पूरी जानकारी देनी होगी की आप फिर से बोर्ड परीक्षा को देना चाहतें है।

गणित के कंपार्टमेंट या स्क्रूटनी के परीक्षा का उत्तीर्ण अंक क्या है ?

इसके उत्तीर्ण अंक में कोई बदलाव नहीं होता है। गणित के पूर्णांक का 33% प्रतिशत लाना होता है। इसलिए गणित के कंपार्टमेंट या स्क्रूटनी को उत्तीर्ण करने के लिए भी 33% प्रतिशत लाना होगा।

Scroll to Top